Palamu: जिले के नीलांबर पीतांबरपुर-लेस्लीगंज थाना क्षेत्र के डबरा आहर से जख्मी हालत में मिले हिरण की इलाज के लिए ले जाने के क्रम में मौत हो गयी. हिरण के सिंग में काफी देर तक रस्सी फंसे रहने और लाठी से जबड़ा पर वार किए जाने से हिरण की हालत गंभीर हो गयी थी. उसे इलाज के लिए लेस्लीगंज के पशु चिकित्सक के पास ले जाया गया था, लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले की उसने दम तोड़ दिया.
शिकारी भेजा गया जेल
मामले में कार्रवाई करते हुए वन विभाग ने हिरण को फंसाने वाले शिकारी ग्रामीण लालदेव यादव को गिरफ्तार कर शुक्रवार की शाम जेल भेज दिया गया है. कुंदरी के रेंजर संदीप कुमार चौधरी ने बताया कि आहर से हिरण का रेस्क्यू करने के बाद उसे इलाज के लिए लेस्लीगंज के पशु चिकित्सक के पास ले जाया गया था, लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही उसकी मौत हो गयी. मामले में कार्रवाई करते हुए डबरा के रहने वाले लालदेव यादव को हिरण का शिकार करने के आरोप में गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. शनिवार को हिरण के शव का पोस्टमार्टम किया जाएगा. इसके बाद उसे नियमानुसार दफना दिया जाएगा.
सुअर को फंसाने के लिए लगाया गया था जाल
वन विभाग की छानबीन में सामने आया है कि डबरा के लालदेव यादव नामक व्यक्ति ने जंगली सुअर का शिकार करने के लिए गांव के आहर में तार का फंदा लगाया था. इसमें सुअर की जगह जंगल से भटक कर आया हिरण फंस गया. आरोपी ने अपनी स्वीकोरोक्ति बयान में कहा है कि सुअर का शिकार करने के लिए आहर के किनारे तार का जाल लगाया था, लेकिन हिरण फंस गया. हिरण के सिंग में रस्सी और तार फंस जाने के बाद उसके जबड़े पर उसने लाठियों से वार किया था. काबू में आने पर उसे आहर के पानी में डाल दिया था.बताते चलें कि डबरा गांव में ध्रुव सिंह नामक व्यक्ति ने दो सहयोगी के साथ पानी से भरे आहर में हिरण को तड़पते देखकर इसकी सूचना डबरा पिकेट प्रभारी, लेस्लीगंज थाना एवं वन विभाग कुन्दरी को दी थी. साथ ही हिरण को बंधी रस्सी से मुक्त कर पानी से बाहर निकाला था