एक कार्यक्रम में इंफोसिस के चेयरमैन नीलेकणि ने कहा कि क्रिप्टो संपत्तियां विचार करने योग्य हैं और इसका इस्तेमाल अधिक वित्तीय समावेशन लाने के लिए किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि क्रिप्टो की संपत्ति के रूप में एक भूमिका हो सकती है, लेकिन स्पष्ट रूप से इससे संबंधित सभी कानूनों का पालन करना होगा। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि यह डिजिटल मुद्रा गतल तरीकों में इस्तेमाल न हो। वित्तीय समावेशन यानी समाज के पिछड़े और कम आय वाले लोगों को वित्तीय सेवाएं मुहैया कराना है।