Ranchi: लालू प्रसाद यावद से जुड़े डोरंडा चारा घोटाले मामले में सीबीआइ की विशेष अदालत 15 फरवरी को फैसला सुनाएगी. सीबीआई की विशेष अदालत में लालू यादव से जुड़े चारा घोटाला मामला में बहस पूरी हो गयी है. संयुक्त बिहार के वक्त पांच जिलों में हुए चारा घोटाले में डोरंडा कोषागार सबसे महत्वपूर्ण है क्योंकि यहीं से सबसे अधिक 139 करोड़ की अवैध निकासी हुई थी, जो चारा घोटाला का सबसे बड़ा मामला है.
15 फरवरी को फैसले के वक्त लालू प्रसाद यादव को कोर्ट में रहने का आदेश दिया गया है. ऐसे में 15 फरवरी को लालू प्रसाद यादव कोर्ट में रहेंगे. चारा घोटाले मामले के अन्य चार मामलों में कोर्ट पहले ही लालू प्रसाद यादव को सजा दे चुकी है.
14 को लालू यादव आएंगे रांची
कोर्ट में उपस्थित होने के लिये लालू यादव 14 फरवरी को रांची आएंगे. जानकारों की मानें तो कोरोना को लेकर अदालतों में एतिहात बरतते हुए सुनवाई चल रही है. ऐसे में लालू को अगर सजा मिलती है और गिरफ्तारी होती है तो जमानत के लिये पांच सप्ताह तक का इंतजार करना होगा. घोटाले की जांच सीबीआई ने की थी. जिसमें आपूर्ति पदाधिकारियों से लेकर राजनेताओं की मिलीभगत की जानकारी हुई थी.
139.35 करोड़ रूपये की अवैध निकासी
चारा घोटाले मामले को राज्य की बड़े घोटालों में शामिल है. जिसमें 139.35 करोड़ रूपये की अवैध निकासी की गयी थी. मामला डोरंडा कोषागार का है. वहीं, चारा घोटाले के नाम पर अन्य चार जिलों में भी अवैध निकासी की गयी. इनमें से दो मामले चाईबासा कोषागार से संबंधित है. एक मामला दुमका कोषागार से संबंधित रहा. एक मामला देवघर कोषागार से जुड़ा है. चाईबासा कोषागार, दुमका कोषागार और देवघर कोषागार मामलों में लालू प्रसाद यादव को कुल 27 वर्षों की सजा कोर्ट ने दी है. वहीं, डोरंडा कोषागार मामले में 15 फरवरी 2022 को सजा सुनाई जाएगी. बताते चलें कि चार मामलों की आधी सजा लालू प्रसाद यादव पूरी कर चुके है. आधी सजा पूरी करने पर सीबीआइ की कोर्ट ने उन्हें जमानत दी थी. तब लालू ययादव कोर्ट के बाहर आये.