Ranchi: केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 2021 में देश के टॉप 10 पुलिस स्टेशनों की एक लिस्ट जारी की है. लिस्ट में झारखंड के एक भी थाने का नाम नहीं है. वहीं पड़ोसी राज्य बिहार व उड़ीसा के एक-एक थानों को सूची में जगह मिली है. बिहार, झारखंड और उड़ीसा तीनों राज्य नक्सल प्रभावित हैं. देश में 25 जिले नक्सल प्रभावित हैं, जिनमें आठ झारखंड के हैं. इस वर्ष दिल्ली के उत्तरी जिला का सदर बाजार पुलिस स्टेशन शीर्ष पर है. गृह मंत्रालय ने देश के विभिन्न राज्यों के 16,671 थानों में से 10 सर्वश्रेष्ठ का चुनाव किया है.
लोहरदगा का किड़ो थाना राज्य में टॉप
वहीं राज्य स्तर पर लोहरदगा जिला स्थित कैरो थाना को राज्य का बेस्ट थाना घोषित किया गया है. इसके लिये दो थानों को शार्टलिस्टेड किया गया था जिसमें गढ़वा जिला स्थित धुरकी थाना व लोहरदगा जिला स्थित किड़ो थाना का नाम शामिल है. इन दोनो में कैरो थाना का चयन पहले नंबर पर किया गया है.
ये हैं देश शीर्ष 10 पुलिस स्टेशन
दिल्ली के उत्तरी जिला स्थित सदर बाजार पुलिस स्टेशन
ओडिशा के गंजम जिला स्थित गंगापुर पुलिस स्टेशन
हरियाणा के फतेहाबाद जिला स्थित भट्टूकलां थाना
उत्तरी गोवा स्थित वालपोई पुलिस स्टेशन
कर्नाटक के रायचूर जिला स्थित मानवी पुलिस स्टेशन
केंद्र शासित प्रदेश लक्षद्वीप स्थित कदमत द्वीप पुलिस स्टेशन
महाराष्ट्र के सांगली जिला स्थित शिराला पुलिस स्टेशन
तमिलनाडु में तिरुचिरापल्ली स्थित थोट्टियम पुलिस स्टेशन
जम्मू-कश्मीर के उधमपुर जिला स्थित बसंतगढ़ पुलिस स्टेशन
बिहार के अरवल जिला स्थित रामपुर चौराम थाना
कभी नक्सल निशाने पर था बिहार का रामपुर चौरम थाना
बिहार के अरवल जिले का रामपुर चौरम थाना देश के सर्वश्रेष्ठ पुलिस स्टेशनों में से एक है. केंद्रीय गृह मंत्रालय वर्ष 2021 में अरवल जिले के रामपुर चौरम थाने को टॉप 10 की श्रेणी में रखा है. मंत्रालय के द्वारा गुणवत्ता के आधार पर यह रैंकिंग जारी की गई है. करीब 51 गांव वाले रामपुर चौरम थाने को पुलिस स्टेशन का दर्जा वर्ष 1999 में दी गई थी. इसके पूर्व आस-पास के इलाके में नक्सलियों के द्वारा बड़े नरसंहार के बाद रामपुर चौरम को पुलिस ओपी बनाया गया था. हाल के दिनों में रामपुर चौरम थाने में 24 घंटे पावर बैकअप, पूछताछ के लिए विशेष व्यवस्था, सभी गाड़ियों में सुसज्जित जीपीएस और पुलिसकर्मियों को फिट रखने के लिए खेल के मैदान की व्यवस्था की गई है. साथ ही सीसीटीवी से थाने की सारी गतिविधियों को अंकित किया जाता है. इसके अलावा यहां आने वाली महिलाओं के साथ पुलिसकर्मियों का बेहतर व्यवहार होने के कारण केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इसे टॉप टेन कैटगरी में शामिल किया है.
कैसे हुई थी टॉप-10 थानों का चयन करने की शुरुआत
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2015 में थाने की लिस्ट निकलवाने की शुरुआत की थी. पीएम मोदी ने कहा था कि पुलिस स्टेशनों की ग्रेडिंग के लिए प्राप्त जानकारी के आधार पर उनके कार्य प्रदर्शन के मूल्यांकन के लिए मानक निर्धारित होना चाहिए. मंत्रालय द्वारा सर्वे के आधार पर आधारभूत संरचना, पुलिस कर्मियों के जनता के साथ व्यवहार, मामलों के निष्पादन, थाना परिसर का माहौल, स्वच्छता, अपराध नियंत्रण की स्थिति और जनता से मिले फीडबैक के आधार पर देश के श्रेष्ठ थानों का चयन कर उन्हें पुरस्कृत किया जाता है.