समस्तीपुर -जिले में क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन के नाम पर लोगों से लगभग सौ करोड़ से अधिक की राशि ठगी करने के मामले में पुलिस ने मास्टरमाइंड पंकज कुमार चौधरी की बहन और उसके जीजा को गिरफ्तार कर लिया है. इनकी पहचान विभूतिपुर थाना क्षेत्र के कापन वार्ड संख्या दो निवासी अंजनी झा और उसकी पत्नी मंजू देवी के रूप में हुई है. दोनों को कांड के अनुसंधानकर्ता दारोगा नंद किशोर यादव ने उनके घर से गिरफ्तार किया है.दलसिंहसराय थाना क्षेत्र के रामपुर-जलालपुर गांव के ही वार्ड-9 निवासी पंकज कुमार चौधरी ने 2017 में ही अपने सगे-संबंधियों और गांव के ही दोस्त शिवम चौधरी, अमित कुमार उर्फ मिथुन व सौरभ कुमार के साथ मिलकर ग्रामीणों से बिटकॉइन में निवेश करने व गांव में अस्पताल निर्माण की बात कहते हुए कम से कम एक लाख रुपये के निवेश करने का झांसा दिया था और कहा था कि उसके बदले में दस हजार रुपये प्रतिमाह वह देगा. पंकज के इस झांसे में आकर शुरुआत में ग्रामीणों ने रुपये निवेश करना शुरू कर दिया.
अपने परिवार के साथ फरार है पंकज
कुछ साल तक लोगों को राशि के हिसाब से मुनाफा भी मिला. इसके बाद ग्रामीणों ने कर्ज, जमीन, जेवर बेचकर, गैस पाइपलाइन और एसएच-88 के निर्माण में मिले सरकारी मुआवजे की राशि पंकज को देने लगे. इसके एवज में पंकज ने कुछ लोगों को पोस्टडेटेड चेक दिया था. इसके कुछ महीनों के बाद पंकज ग्रामीणों को मुनाफा की राशि देने में आनाकानी करने लगा. तब ग्रामीणों ने पंचायत भवन में एक बैठक बुलाई. इसमें पंकज ने कुछ दिनों की मोहलत मांग सभी के रुपये वापस करने की बात कही. फिलहाल वह परिवार के साथ फरार है. गांव के ही लोगों ने इस मामले में शिकायत दर्ज कराई है. इस मामले में पंकज कुमार चौधरी, उसकी पत्नी रेणु देवी, भांजा रितेश कुमार, उसकी बहन मंजू देवी, बहनोई अंजनी झा, उसकी मां समेत कई लोगों पर आरोप लगाया है.