देवघर DC मंजूनाथ भजंत्री को चुनाव आयोग ने गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे पर एक ही दिन में 5 थानों में FIR दर्ज कराने के मामले में शो-कॉज किया है. आयोग ने DC से कारण बताने के लिए कहा है कि आखिर मौखिक तौर BDO से केस दर्ज कराने के लिए किस आधार पर कहा गया? जहां आचार संहिता लागू नहीं था उस क्षेत्र के थानों में भी केस क्यों दर्ज कराया गया? FIR करने से पहले आयोग को इसकी सूचना क्यों नहीं दी गई? आयोग ने DC से पूछा है कि आदर्श आचार संहिता उल्लंघन मामले में 6 महीने की देरी से क्यों FIR दर्ज कराई गई है?
बता दें, मधुपुर विधानसभा उप-चुनाव के दाैरान सांसद ने DC की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कई पोस्ट किए थे। उन्हीं काे आधार बनाते हुए नगर थाना, देवीपुर थाना, बुढैई थाना, मधुपुर थाना और चितरा थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी।
मनी लॉन्ड्रिंग केस: अनिल देशमुख को बड़ा झटका, कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा
इसी साल अप्रैल में अनिल देशमुख ने महाराष्ट्र के गृह मंत्री के पद से इस्तीफा दिया था. (फाइल फोटो)इसी साल अप्रैल में अनिल देशमुख ने महाराष्ट्र के गृह मंत्री के पद से इस्तीफा दिया था.
ED का आरोप है कि देशमुख ने दिसम्बर 2020 से फरवरी 2021 तक राज्य के गृह मंत्री रहने के दौरान अपने आधिकारिक पद का दुरुपयोग किया और तत्कालीन सहायक पुलिस निरीक्षक (बाद में अन्य आपराधिक मामले में सेवा से बर्खास्त) सचिन वाजे के जरिये मुंबई में विभिन्न बार और रेस्तरां से 4.70 करोड़ रुपये से अधिक वसूली की.